क्या सोशल मीडिया से लोगों को मुक्ति मिलेगी?
नहीं मिली तो लोग जंतुओं की तरह सोच-समझ से रहित होकर विलुप्त हो जायेंगे।
अवश्य विचार करें-
विशेषकर सोशल मीडिया का कारोबार करनेवाले अवश्य विचार करें-
VKB
क्या सोशल मीडिया से लोगों को मुक्ति मिलेगी?
नहीं मिली तो लोग जंतुओं की तरह सोच-समझ से रहित होकर विलुप्त हो जायेंगे।
अवश्य विचार करें-
विशेषकर सोशल मीडिया का कारोबार करनेवाले अवश्य विचार करें-
लेख के जो वाक्य स्थान सीमितता के कारणवश प्रकाशित नहीं हो पाये, वे इस प्रकार हैं:
राष्ट्र-विराष्ट्र का शासन-प्रशासन संवेदनशील व्यक्ति के सिर पर मंडरा रहा है। उसे ईश्वरीय तथा प्राकृतिक जीवन नहीं जीने दे रहा। ऐसे में यही प्रार्थना है कि प्रभु! आओ, संवेदनशील मनुष्य के प्राण बचाओ।